उपन्यास- रामगोपाल भावुक अथ गूँगे गॉंव की कथा 12 अ0भा0 समर साहित्य पुरस्कार 2005 प्राप्त कृति 12 चुनाव में शाम, दाम ,दण्ड और भेद की बातों का सहारा लेकर दोनों पक्षों ने अपने -अपने पैंतरे चलाये। शराब भी खूब चली। बातों के लोभ और लालच से सब के धर भर गये। वोटों की जोड़-तोड़ में ,व्यक्तिगत लाभ-हानि का ध्यान रखकर वोट डाले गये। परिणाम निकला-‘सरदार अमरजीत सिंह विजयी हुये। परिणाम सुनकर सरपंच के आदमी लाठियाँ लेकर मौजी को मारने आ गये। यह देखकर तो मौजी के घर की औरतें चीख-चीख कर रोने