(5) सुज़ैन की आँख खुली तो साइड टेबल पर रखी एड्रियन की तस्वीर पर नज़र गई। तस्वीर में उसकी खूबसूरत मुस्कुराहट दिखाई पड़ रही थी। उसकी आँखों में चमक दिखाई पड़ रही थी। ऐसा लग रहा था कि जैसे यह चमक अंदर की जिजीविषा की है। सुज़ैन लेटे हुए उस तस्वीर को निहारने लगी। उस तस्वीर को निहारते हुए बोली, "ग्रेस आंटी का कहना है कि तुम इस तरह हॉस्पिटल के बेड पर पड़े ज़िंदगी जीना नहीं चाहते हो। डॉ. प्रवेश दबस का कहना है कि कोई उम्मीद नहीं है। पर मुझे लगता है कि तुम किसी भी हालत में