ज़ैनब ग्रोउन्ट में बैठी किताब पढ़ रही थी जब कि सानिया बोर हो रही थी। "चल यार जैनी कैंटीन चलते है।" सानिया ने उठते हुए कहा। "नही यार एग्जाम स्टार्ट होने में दो महीने ही बचे है।" ज़ैनब ने सीरियस होकर कहा। "उफ्फ यार जैनी अभी दो महीने बाकी है अगर तू दो मिनट के लिए उठ जाएगी कुछ हो नही जाएगा।" आखिरकार ज़ैनब को उसकी ज़िद के आगे हार माननी ही पड़ी। वोह दोनो उठ कर कैंटीन चले गए। ........ दूसरी तरफ सेठ ने ज़ैन को फ़ोन किया। "हेलो" ज़ैन ने सीरियस आवाज़ में कहा। सेठ उसकी आवाज़ से