उजाले की ओर –संस्मरण

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मित्रों सस्नेह नमस्कार हमारे जीवन में अक्सर ऎसी बातें  होती हैं जिनसे हम तकलीफ़ में आ जाते हैं | मध्यम वर्गीय आदमी के लिए आज जीवन चलाना कठिन है, यह बात सौ प्रतिशत सही है | हम सभी इस मँहगाई से परेशान हैं फिर भी प्रयास करते हैं कि हम जितना बेहतर अपने बच्चों को दे सकें, दें | मध्यम वर्गीय परिवार अपना पेट काटकर ही बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा सकता है | मतलब कहीं न कहीं तो माँ-बाप को अपने ऊपर कोताही करनी पड़ती है | एक घर बना लेने से, एक गाड़ी खरीदने से, घर के