जब किसी को कोई नही मिलता है। उसके बाद अगर कोई मिल जाता है तो वह उसको सब कुछ मान लेता है। अपना सब कुछ निछावर कर देता है उस पे ।। आगे पीछे कुछ नही सोचता है। नही ही पास्ट और फ्यूचर के बारे में सोचता है। जो है सब वही हैं। उस समय अगर कोई आपको उसके बारे मे एक भी शब्द बुरा बोल दे तो आपसे बर्दास्त नही होता। क्यू की आप हमेशा उसका अच्छा सुनना पसंद करते हो। मेरे साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा था। लेकिन बहुत अच्छा लग रहा था। कुछ दिन बाद