अपहरण - भाग ७

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  मिताली ने सबसे पहले उनकी पूरी बातें सुनी फिर अपने आँसू पोछे और कहा, "अब मैं आप सभी के साथ हूँ। मैं नहीं चाहती कि गाँव की लड़कियाँ किसी की भी ग़लत नजरों का शिकार हों। वे डर-डर कर जियें। इसकी सज़ा रंजन और उसके साथियों को ज़रूर मिलनी चाहिए।"  रमेश ने कहा, " मिताली जी हमें किसी से किसी तरह की कोई दुश्मनी नहीं है। हम नहीं चाहते कि पुलिस केस करके हम तुम्हारे भाई और उन लड़कों का जीवन खराब करें। हम तो केवल इतना चाहते हैं कि हमारी बहनें भी आप ही की तरह गांव में