अदिति : भैय्या फिर तो मां भी उसके डर से free हो जाएंगी..!आदित्य : हां अदि....!तक्ष : आप दोनों शहर में अकेले रहते है....!आदित्य : हां...!तक्ष : अच्छी बात है मैं अपना काम बिना डरे कर सकता हूं.. (मन में)....!अदिति : क्या सोच रहे हो तक्ष ...!तक्ष : कुछ नहीं...!अदिति : तक्ष हम तुम्हारा साथ देंगे...क्यूं भैय्या....!आदित्य : हां अदि....! (मन में.).. पता नही मुझे इस पर भरोसा क्यूं नहीं हो रहा है.. अदि तू इसका साथ तो दे रही हैं पर तेरी मासुमियत का ये गलत फायदा न उठा ले... मुझे डर है पर मैं तुझे कुछ नहीं होने