(लारा भाग 11 )अक्टूबर के भी 15 दिन बीत चुके थे। एक दिन सोमा राम से शाम को छत पर बात कर रही थी जो की उसकी रोज की आदत बन चुकी थी, घूम घूम कर बात करना। सोमा बात कर ही रही थी कि उसकी छोटी बहन उसके पास आकर बोली कि दीदी जल्दी से नीचे चलो माँ बहुत गुस्सा हो रही हैं। अभी आपको बहुत डांट पड़ेगी कबसे बात कर रही हो। सोमा राम जी बोली कि जान अभी आ रहे है माँ बुला रही हैं देखे क्या कह रही हैं। सोमा जल्दी से फोन रख कर नीचे