सायरी हर पल की बाते

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तुम तो जानते थे फिर क्यों ऐसा किया मेरी आंखे पठ लेते थे बिना कहे फिर क्यों नही पढ़े ,,,,,, ,,,अब क्यों आशु गिर ने लगे सितारों से आसमान से क्या जुदा कर दिया तुम को भी आशियाना खो दिए तुम क्या ,,,,,,, क्यों ऐसा कियाक्यों ऐसा किया ,,,,,,,,,,,,,,?????? (२) रास्ता तू चले मत रुक तूझे चलना हेरूक कर क्या करे गा रास्ते पे देख खिड़की भी आज सुनी सी हेदेख ये बे जुबान आज गा रही है दिल की जुबान देख ये रास्ता है मत रुक ।तूझे चलना हे मत रखना (३) खिड़की देख उस खिड़की को मिट्टी के