केतकी की मा संतोष.. कजरी की बातें सुन कर इमोशनल हो रही थी .. उसी समय कजरी मा ने कजरी की पोल खोल दी ..कजरी चुलबुली है यह सब जानते थे किंतु कजरी का यह नया रूप संतोष की समझ से बाहर था .. कजरी रोने की एक्टिंग कर रही थी किन्तु उसकी मम्मी ने पोल खोल दी ..अपनी पोल खुल जाने पर ..केतकी आगे पीछे झुक झुक कर हंसने लगी ..उसे हंसता देख संतोष ने उसकी पीठ पर हथेली से पीटते हुए कहा ..छोरी तुझे मैं ही मिली ..उसी समय बाहर से फिर से आवाजें आने लगी ..अबकी बार