में चाहता तो अपने पापा की सहकारी नौकरी BHEL में कर सकता था मगर मे नहीं कर सकता क्योंकि मे आजाद ज़िन्दगी जीना चाहता हूं अपने मॉ बाप का एकलोता हू और वो जितना कर के गये हैं मेरे लिए मुझे काम करने की जरूरत नहीं फिर भी मे एक अच्छी जोब करता हूँ सब कुछ है मेरे पास किसी चीज की कोई कमी नही मगर मे ये सोचकर परेशान रहता हूँ कि मेरी मोहब्बत मे क्या कमी थी जो वो मुझे छोड़कर चली गई आज 6महिने हो गये उससे बात नहीं होती आज मुझे उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी