बंद हो चुकी खिड़की

  • 3.4k
  • 1.3k

बंद हो चुकी खिड़कीआज बत्तीस साल के बाद उससे सामना हुआ था।पहले तो सोचा भी कि उसके सामने नहीं जाऊं। फिर भी मन के किसी कोने में कहीं कोई दबी-छुपी ख्वाहिश मुझे उसके सामने जाने को विवश कर रही थी।मैं देखना चाह रही थी कि अब इस उम्र में वह कैसा दिखाई देता होगा,शायद उसके सिर के बाल भी उड़ चुके होंगे,कंधे भी झुक गए होंगे और उसकी पत्नी अलका भी तो अब बुढ़ा गई होगी। मैं यह भी सोच रही थी कि जब मैं उसके सामने जाऊंगी,तब वह मेरे बारे में क्या सोच रहा होगा।शायद उसके जेहन में भी