कहानी प्यार कि - 16

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अनिरूद्ध होल मे से सीधा टेरेस पर चला गया.. संजना भी उसका पीछा करती हुई टेरेस पर आ गई.. " ये क्या हो गया था मुझे.. क्यों मे खुद को रोक नहीं पाता हूं.. पता नहीं उसकी आंखो मे देखते ही क्यों भूल जाता हूं कि में अनिरूद्ध ओब्रॉय हूं .. अब ये जूठ मुझे खोखला करता जा रहा है .. संजना को सच बताने कि हिम्मत ही नहीं कर पा रहा हूं.. आज संगीत भी खत्म हो गया.. कल शादी है उसकी वो भी किसी और के साथ..! नहीं नहीं मुझे संजना को सब सच बताना ही होगा.. "