जहां से इस कहानी की शुरवात होनी है। वो एक शब्द है जिसका उच्चारण ही आपको गहरे समुद्र तल में धकेल सकता है। गिरफ्त जिसका अर्थ है बंधन , ज़िम्मेदारी,बंदी,और जैसा भी कोई इसके प्रति अपनी सोच रखने वाला हो। मेरे दर्शन में ये शब्द अपने आप में परिपूर्ण है। इसका उदाहरण भी जल्दी नही मिलेगा। परंतु यह शब्द ही गतिविधि है किसी जीवन के लिए। इंसान सबसे बड़ा उदाहरण हो सकता है इसका मेरे विचारो से। आज कोई विवाह के बंधन में बंध रहा था। और कोई टूटे दिल के साथ आशिकी के बंधन में बंधा हुआ था। बहुत