प्रेरणादायी कविता तू ज़िन्दा है तू ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर तू ज़िन्दा है तो ज़िन्दगी की जीत में यकीन कर,अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर!सुबह और शाम के रंगे हुए गगन को चूमकर,तू सुन ज़मीन गा रही है कब से झूम-झूमकर,तू आ मेरा सिंगार कर, तू आ मुझे हसीन कर!अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन पर! तू ज़िन्दा है......ये ग़म के और चार दिन, सितम के और चार दिन,ये दिन भी जाएंगे गुज़र, गुज़र गए हज़ार दिन,कभी तो होगी इस चमन पर भी बहार की नज़र!अगर कहीं है स्वर्ग तो उतार ला ज़मीन