आलेख ने जोर से कहा कौन है जो बार बार नम्बर गलत मिला रहा है।उधर से आवाज आई अरे बाबा गाड़ी में बैठ गए हो तो ठीक है।आलेख ने कहा ओह माई गॉड लगता है कोई मुवी देखने में व्यस्त हैं तभी तो यह सब बातें कर रहे हो हां।। ओह भाई अब फोन मत मिलाओ।छाया ने कहा क्या हुआ बाबू परेशान हो गए इस मशीन से?पता है काव्या दीं को भी जरा भी पसंद नहीं था खट-पट।इसका नाम दिया था एक बार तो आलोक बाबू ने कहा कि ये फोन देता हूं।काव्या दी ने मना कर दिया कि ये