30 ---- "क्या हुआ, चुप क्यों हो गई ?" "समझ में नहीं आता, कैसे बताऊँ ? क्या बताऊँ ?' "ये वो ही बद्री है न जो कुम्हारों वाले मुहल्ले में रहता है ?" भानु ने पूछा | "हूँ ----" "तू, बता रही थी न तेरी माँ सदाचारी पंडित जी के यहाँ काम करने लगी थी | ये वो ही सदाचारी पंडित जी हैं जो हमारे यहाँ आते रहते थे |" "हाँ दीदी, अब कहाँ आते हैं ?वो एमए हो गए थे न " "एमए --?" "वो वोट पड़े न उसके बाद --" "ओहो ! एम.एल.ए --" "हाँ, वो ही दीदी