जुनून - इश्क या बदले का... - 24

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" मुझे सेक्रेटरी के साथ साथ अपनी असिस्टेंट भी तो बना लिया है इस पागल इंसान ने , पता नहीं में इतने वर्कलोड़ के साथ अपना काम कैसे करूंगी " सिमरन बिना कुछ सोचे समझे बेखयाली में कुछ भी बोल देती हैं । लेकिन उसे तुरंत अपनी ग़लती का एहसास होता है । कि अभी अभी उसने क्या बोल दिया ।वो बिल्कुल भी नहीं चाहती थी के उसकी वजह से कभी भी दादी और आरव के बीच कोई लड़ाई या बहेस हो ।सिमरन की बात सुन दादी गुस्से से आरव की तरफ देखकर उसे कुछ बोलने ही वाली थी कि