36-चित्रकथाओं ‘कामिक्स’ के शिकंजे में फंसे बच्चे गर्मियां क्या आती हैं, घरों में बच्चे स्कूल और परीक्षाओं से निपट कर बिल्कुल खाली हो जाते है। खाली बच्चे दिन भर क्या करें, तो आजकल बच्चे, किशोर और यहां तक कि युवा और बुजुर्ग तक खाली समय में कामिक्स पढ़ते हें। चित्र कथाओं का आनन्द लेते हैं और समय गुजारने के लिए शुरु किया गया यह पढ़ना धीरे धीरे एक आदत, एक नशा सा बन जाता है। आजकल हर गली मोहल्ले में बच्चे को कामिक्स किराये पर देने के लिए एक आध दुकान, अवश्य खुल गई है। जो बच्चे नवीन कामिक्स नहीं