हरदेव जल्दी से पार्क मे आया। उसके चेहरे पर अलग ही खुशी दिखाई दे रही थी। उसने देखा कि संजना पहले से ही वहा बैठी थी और कुछ परेशान सी लग रही थी। उसे परेशान देखकर हरदेव उसके पास गया और उसके कंधे पर हाथ रखा... पर इस वजह से संजना अचानक से डर गई.. " रिलेक्स संजना में हूं..." हरदेव ने उसे डरा हुआ देखकर कहा। " ओह.. आई एम सोरी... हरदेव जी.." हरदेव संजना से थोड़ी दूरी बनाकर उसके पास बैठ गया। " तो बताइए आप ने मुझे एसे अचानक क्यों बुलाया..? " " वो... वो.. क्या है