34-बिन बचपन सब सून ! वाल्ट ह्विटमैन की प्रसिद्ध कविता ‘एक था बच्चा’ के निम्न अंश हमारे देश के बच्चों पर बहुत सटीक लगते हैं..... तुम जो कोई भी हो. मुझे डर है कि. तुम स्वप्न में चल रहे हो वे तथाकथित यथार्थ. तुम्हारे हाथ-पांव के नीचे से फिसल जायेंगे। अभी भी तुम्हारे चेहरे. तुम्हारी. खुशियों. भापा. मकान. व्यवसाय. व्यवहार. वेदनाएं. वेशभूपा. गुनाह. धुंधबन कर उड़ते जा रहे हैं. तुम्हारी सच्ची आत्मा. तुम्हारी सच्ची काया. मेरे सामने प्रकट हो रही है. तुम्हारी सारी दुनियादारी से अलग हो गया है. रोजगार. धन्धा. दुकान. नियम. विज्ञान. काम-धाम. कपड़े. मकान. दवादारु. खरीदना. बेचना.