“अरे जल्दी से आ जाओ, कैंडल मार्च शुरू होने वाला है,” भैयाजी ने नीचे सड़क से हमे ऊपर देखते हुए कहा। वे खुशी से फुले नही समा रहे थे, समाये भी क्यों ना, आज उनके बुलाने से 100 से ज्यादा लोग इक्कठे हो गए थे। भैयाजी हमारी सोसाइटी के एक स्वम्भू छूट भैया नेता थे। लेकिन उनकी कोई सुनता नही था, उन्होंने नेतागिरी चमकाने के लिए सभी राजनैतिक दलों के दफ्तरों में चक्कर लगाए पर किसी ने उन्हें घास नही डाली। अब फौजियों की शहादत पर देश भर में लोग भारी संख्या में कैंडल मार्च निकाल रहे थे ,बस भैया