अब रूही बहुत इरिटेट हो चुकी थी, अब तो उसका मन सिर्फ अपने स्टूडियो जाने का हो रहा था, रूही जानती थी की स्टूडियो ही एक ऐसी जगह है जहां उसे शांति मिलती है, रूही ज्वैलरी डिजाइनिंग का कोर्स कर चुकी थी और अब मास्टर्स का कोर्स करने के लिए वह अमेरिका जाना चाहती थी लेकिन जिस यूनिवर्सिटी में वह एडमिशन लेना चाहती थी ना वह सीट्स पहले ही फुल हो चुकी थी इसलिए तीन महीने पहले ही उसने अपने पापा से बोल कर अपना एक छोटा सा ज्वैलरी डिजाइनिंग स्टूडियो खोल लिया था आखिर वह खाली तो नही बैठ