तब ब्यावर में कोई वेटिंग रूम नही था।इंद्रा गांधी आर पी एफ आफिस में ही कुछ देर बैठी थी।मैं भी देखने के लिए गया था।उस समय लाल बहादुर शास्त्री प्रधान मंत्री थे।उन दिनों ही टेरेलिन के कपड़े की शुरुआत हुई थी।मेरा स्कूल घर से दूर था।मैं पैदल ही स्कूल आता जाता था।उस समय अनाज की समस्या थी।तब शास्त्रीजी ने सप्ताह में एक दिन एक समय उपवास की अपील की थी।मैं शास्त्रीजी के जीवन से काफी प्रभावित रहा।सन 1965 में पाकिस्तान ने भारत पर हमला कर दिया था।उसी समय पिताजी ने रेडियो खरीदा था।बुश कम्पनी का रेडियो उस समय दो सौ