हेरान ना हों, कि हमारी भारतीय रेल और सुविधा देने में विश्व में नंबर एक, हो ही नहीं सकता. बिलकुल हो सकता है, बल्की हुआ है, यकीन नहीं होत्ता तो मेरी आपबीती सुने. हुआ यह था की हमे अपनी धरमपतनी के बहिन की लडकी की शादी में शामिल होने के लिए दिल्ली से सूरत जाना था. दिल्ली में श्रीमती जी के भाई भी रहते है, और बहनें भी आस पास के शहरों में रहती है. तो सोचा गया क्यों ने इसे पिकनिक व् आउटिंग का स्वरूप दे दिया जाए, और सभी एक साथ दिल्ली से सूरत जाएं. अब क्योंकि एक