माया के द्वारा मेरी जान बचाने के बाद मैं भी सतर्क हो गया था और माया के साथ ही पास की झाड़ियों में छिप गया। उस घनघोर अंधेंरे में कुछ भी सही से देख पाना मुश्किल सा था और धूंध के धुयें की बजह आस-पास की चीजें भी दिखनीं बंद हो गई थी। हम दोनों को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें क्या नहीं और हमारे चारों तरफ खतरा ही खतरा था...इसलिए हम दोनों सिवाये छिपने के कुछ भी नहीं कर सकते थे। माया की आध्यात्मिक शक्ति उच्चस्तरीय थी जिसके कारण वह आस -पास के खतरे