जिज्ञासा--(अज्ञेय की लघुकथा)

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जिज्ञासा: अज्ञेय की लघु कथा ईश्वर ने सृष्टि की रचना की. सब ओर निराकार शून्य था, और अनन्त आकाश में अन्धकार छाया हुआ था. ईश्वर ने कहा,‘प्रकाश हो’ और प्रकाश हो गया. उसके आलोक में ईश्वर ने असंख्य टुकड़े किए और प्रत्येक में एक-एक तारा जड़ दिया. तब उसने सौर-मंडल बनाया, पृथ्वी बनाई. और उसे जान पड़ा कि उसकी रचना अच्छी है. तब उसने वनस्पति, पौधे, झाड़-झंखाड़, फल फूल, लता-बेलें उगाईं; और उन पर मंडराने को भौंरे और तितलियां, गाने को झींगुर भी बनाए. तब उसने पशु-पक्षी भी बनाए. और उसे जान पड़ा कि उसकी रचना अच्छी है. लेकिन उसे