पिया भी शायद आलेख पर भरोसा करने लगी थी । जतिन ने कहा बेटा कैसा रहा आज।पिया ने कहा हां बहुत ही अच्छा।पेपर आने वाले हैं।जतिन ने कहा अच्छा आलेख कैसा है वो पढ़ रहा है।पिया ने कहा हां पापा वो बहुत ही होशियार है।आगे जायेगा बहुत।जतिन ने कहा हां बेटा वो काव्या का सपना था और उसने जो कुछ किया है ना उसका कोई मोल नहीं है।।पिया ने कहा हां पापा मैंने देखा है आलेख को छोटी मां के लिए रोते हुए।उधर शनिवार को आलोक आ गया और साथ में बहुत कुछ लेकर आया।आलेख ने कहा अरे पापा कितना