स्त्री कोख की विवशता

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स्त्री कोख की विवशता - नमिता सिंह जी की कहानी ‘कोख’ नीलम कुलश्रेष्ठ महाभारत की पृष्ठभूमि पर आधारित नमिता जी की 'कोख 'कहानी 'को अपने द्वारा सम्पादित पुस्तक 'धर्म की बेड़ियाँ खोल रही है औरत 'में ले चुकीं हूँ व जब सन २०१६ में मैं बारह तेरह वर्ष पहले वनिका पब्लिकेशंस से प्रकाशित ' रिले रेस 'कहानी संग्रह सम्पादन की योजना बनाई तो नमिता जी ने आश्चर्य से पूछा था कि तुम स्त्री अंगों की कहानियां लेकर कैसे एक संग्रह सम्पादित करोगी ?" मैंने उनसे कहा था, "आपकी भी तो एक कहानी 'कोख 'स्त्री अंग पर है, मुझे दोबारा चाहिए।