अगले दिन सुबह मीटिंग में सब लोग बैठ कर अपने अपने काम के बारे में बता रहे थे, जब अंदर आते हुए नीतू बोली।“आई एम सॉरी लेट होने के लिए।"“कोई नहीं बैठिए..”, दीवेश के ये जवाब देते ही, नीतू के आगे पिछली रात हुई सारी बातें चलने लग गई।“कैसी हो?”“अब तुम्हारा समय बर्बाद नहीं हो रहा, ये सब पूछ कर।", दीवेश के इस सवाल पे रूखे अंदाज में नीतू ने जवाब दिया।“अच्छी सोसाइटी है ये, यहाँ घर तुमने लिया है, या तुम्हारे पति का था?”“किराये पे है।"“ओह.. हाँ उसकी अभी सैलरी इतनी नहीं होगी ना, की वो अभी यहाँ घर