जुनून - इश्क या बदले का.... - 3

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कैफे एंट्रेंस पर ........... सिमरन ने अपने कदम अपनी टेबल की और बढ़ा देती है । वो बस कुछ कदम ही चली थी के पीछे से किसी ने उस के सॉल्डर पर अपना हाथ रख दिया । किसी का हाथ अपने सॉल्डर पर मेहेसूस होते ही वो वही रुक जाती है । उस के पैर वही जम से जाते है । उसे डर था कि कहीं किसी ने उसे यहां ऐसे देख तो नहीं लिया । वो ख़ुद को नॉर्मल कर धीरे से पिछे मूडती है । और वो अपना सर थोड़ा उठा के सामने खड़े सक्स को देख ती