50-दुख"भाभी को न जाने क्या हो गया है?हर समय उदास,गुमसुम,खामोश रहती है।"मेरी बहु प्रभा मायके से लौटी थी।उसकी माँ का स्वर्गवास हो गया था।मायके के समाचार बताते हुए वह अपनी भाभी के बारे में बताने लगी।मैं उसकी बात सुनकर बोली,"सास मर गयी दुख तो होगा ही।""बेटी को तो माँ के मरने का दुख होता है।बहू को सास के मरने का दुख क्यो होगा?"प्रभा की बात सुनकर मैं उसका मुंह देखने लगी।आखिर मैं भी तो उसकी सास थी।51--समय"साला क्या समझता है अपने आप को,"राकेश गुस्से में बोला,'भूल गया उन दिनों को जब मेरे सामने हाथ जोड़कर खड़ा रहता था।"कर्मवीर बेलनगंज माल