दोस्त जीवन में एक सच्चा दोस्त ज़रूर कमाना….सच्चा दोस्त- दोस्त ही होता हैं.दो दोस्त रोहित और दिव्य आपस में १०वी कक्षा तक कब पहुँच गए पता ही नहीं चला, दिव्य ने १०वी की परीक्षा प्रथम श्रैणी में उत्तीर्ण की दिव्य की बहन सुजाता भी पढ़ाई में बहुत होशियार थीं. रोहित अपने माता पिता का इकलौता बेटा था और पढ़ाई में सामान्य था, रोहित दिव्य की बहन सुजाता को अपनी बहन और सुजाता रक्षा बंधन पर रोहित को राखी बांधती थी एक दिन अचानक सब कुछ बदल गया. दिव्य के पिता एक छोटी सी दुकान चलाते थे, एक दिन उनको लकवा