रोटी

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रोटी से रोटी तक जिन्दगी की दौड़ डॉ. लता अग्रवाल लघुकथा आज की समृध्द होती विधा है, जिसने अधिकांश लेखकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है | अपनी लघुता के साथ लघुकथा ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराई है | इसकी लोकप्रियता का सबसे बड़ा प्रमाण है कि अलग-अलग विधाओं से लेखक इस विधा में आ रहे हैं | इसी क्षेत्र में वरिष्ठ लेखिका नीलम कुलश्रेष्ठ जी का नाम नया नहीं है, साहित्य की कई विधाओं में आपका लेखन रहा है | इसके साथ ही संपादन के क्षेत्र में भी आप सक्रिय रही हैं जैसा कि उन्होंने अपनी भूमिका में