साधक की साधना

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साधक की साधना जबलपुर शहर में नर्मदा नदी के किनारे कुंडलपुर नामक कस्बे में एक प्रसिद्ध महात्मा जी अपने आश्रम में निवास करते थे। वे स्वभाव से बहुत मृदु, सरल और सबके प्रति परोपकार की भावना रखते थे। उनकी आवश्यकताएं बहुत सीमित थी और वे धन की लोलुपता से बहुत दूर रहते थे। वे बहुत संतुष्ट जीवन जी रहे थे। उनके दो शिष्य थे जिनका नाम महेन्द्रनाथ और केशवनाथ था। वे दोनो स्वामी जी के मार्गदर्शन में विद्या ग्रहण कर रहे थे। स्वामी जी जानते थे कि दोनों के स्वभाव में जमीन आसमान का अंतर है महेन्द्रनाथ का आचरण सीधा,