तीनों ने हैरानी और दर्द में चिल्लाते हुए मुड़कर देखा तो सामने भैरव खड़ा था, भैरव दौड़कर प्रेरित के पास जाने लगा तो नितेश उसे पकड़ कर बोला, " ओहो.. तू? अभी तक… तेरी आशिकी उतरी नहीं, चलो अच्छा है तुझे भी ऊपर पहुंचा देंगे ", तभी प्रेरणा ने नितेश की और चाकू फेंका और नितेश ने भैरव पर वार किया लेकिन उससे पहले नितेश के उस हाथ में गोली आकर लग गई, तीनों ने उधर देखा तो प्रेरित खड़ा था दूसरी गन लेकर | तीनों सन्न रह गए प्रेरित को खड़ा देखकर, भैरव ने खुशी से कहा," भगवान का