कुशल ने कराहते हुए कहा - " मैंने उस आदमी को रंगे हाथों घर से पकड़वा दिया और उसे सात साल की जेल हो गई, उसका नाम भैरव था और प्रेरणा की मौत की पुष्टि की खबर फैला दी, प्रेरणा की जगह सीमा की लाश मैंने पुलिस और डॉक्टर की मदद से रखवा दी, तुम्हें याद है जब अंतिम संस्कार में पुलिस तुमको लाई थी और स्वप्निल बार-बार तुम्हारे पास आ रहा था क्योंकि वह जानता था कि मम्मी जिंदा है और ये लाश किसी और की है पर मैंने उसे इतना डराया था कि वह खुलकर बोल ना सका,