यासमीन - भाग 8

  • 4.1k
  • 1.7k

उधर घर की बेबसी का आलम था तो स्कूल में यासमीन का जिक्र चलता रहा । सरताज़ - (कैलाश से बात करते हुए) ओए भाई हमारी क्लास की वो दबंग लड़की नहीं दिख रही क्या बात हो गई ? कहीं इसलिए तो स्कूल नहीं आ रही कि हर रोज लेट लतीफ पहुँचेगी ?कैलाश- सरताज़ को आंख मारते हुए यासमीन की दोस्त को पिन करता है कहता है...." हाँ भाई बिल्कुल ठीक कहा तूने और लेट आएगी तो डांट भी तो खानी पड़ेगी हा...... हा....... हा......और इतना कहकर दोनों हंसने लगे ।अभी मास्टर जी क्लास में नहीं थे यही समय है