सूना आँगन- भाग 9

  • 5.5k
  • 2
  • 2.2k

अभी तक आपने पढ़ा एक दिन सौरभ ने जब वैजयंती अकेली थी तब उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रख ही दिया। वैजयंती ने उसे इंकार करते हुए कहा तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ऐसा कहने की। तुम चले जाओ यहाँ से। उसके बाद वैजयंती ने सोचा कि माँ से कहकर सौरभ का घर में आना-जाना ही बंद करवा देती हूँ। अब पढ़िए आगे - इसी बीच एक दिन वैशाली ने वह सुंदर मंगलसूत्र देख लिया जो अभि ने अपने जीवन के अंतिम पलों में वैजयंती के लिए खरीदा था। उसने नवीन से कहा, "नवीन भाभी के पास कितना सुंदर मंगलसूत्र है,