43--मां का दर्द"अम्मा गांव में अकेली क्यो रहती है?बेटे के पास क्यो नही चली जाती?'विधवा होने के बाद रमिया को अपना और बेटे का पेट भरने के लिए मजदूरी करनी पड़ी थी।स्वंय अनपढ़ थी लेकिन शिक्षा का महत्त्व समझती थी।एकL इकलौते बेटे को अफसर बनाने के लिए उसने दिन रात मेहनत की थी।उसकी मेहनत का ही फल था कि बेटा आई ए एस हो गया था। नौकरी लगते ही एक अफसर ने अपनी बेटी की शादी उस से कर दी थी।बेटा शहर में कलेक्टर था।लेकिन रमिया बुढ़ापे में गांव में अकेली रहती थी।उसे देखकर रोज गांव का कोई न कोई