श्राप दंड - अंतिम" इधर पंच पांडव की हत्या करने के बाद महर्षि वेदव्यास के पास आकर अश्वत्थामा ने हत्या के प्रयश्चित करने हेतु आज्ञा मांगी। तब महर्षि वेदव्यास ने बताया कि प्रायश्चित उन्हें करना ही होगा क्योंकि उन्होंने जिनकी हत्या की वो पंच पांडव नहीं थे , वो पांचो द्रोपदी के पुत्र थे। यह सुनकर अश्वत्थामा क्रोध से उबलने लगा और बोले कि प्रायश्चित करेंगे लेकिन पंच पांडव की हत्या के बाद। तब अश्वत्थामा ने देखा कि पांचो पांडव श्री कृष्ण के साथ उनकी तरफ ही आगे बढ़ रहे हैं। यह देखकर वो थोड़ा आश्चर्य में पड़ गए एवं