रात के सपने सुबह बहुत कम याद रहते हैं। मेरी आदत भी नहीं है कि अपने देखे हुए सपनों को फिर याद करूं, लेकिन कभी-कभी जब सपने का कुछ हिस्सा वर्तमान में चला आता है तो उसे याद करने की व्यस्तता बढ़ जाती है। वह दृश्य बंद आंखों के भीतर होता है, जिसे देखने के बाद लगता है इसे रात के सपने में देखा है, लेकिन कहां? यह सवाल आते ही उस सवाल में खो जाता हूं। इस बीच हर कुछ मिनट के बाद अपनी आंखें बंद करता हूं और अपने अधूरे सपने को पूरा करने के प्रयास में जुट