“क्या?”, ध्रुव की मदद करने वाली बात सुन कर निया ने पूछा। “नीतू की फ्रेंड को मदद करने का वादा किया था मैंने।" “हाँ.. मतलब मुझे सुनाई दिया की तुमने क्या कहा, पर तुमने ऐसा क्यों कहा?” “क्योंकि इसलिए ही मैंने पहली बारिश कमिटी बनाई है।" “आज ना तुम मुझे बता ही दो, की ये कमिटी है कहा?” “ग्रुप है एक व्हाट्सअप पे।" “और कोई जॉइन भी करता है ये?” “हाँ.. मतलब लोग अपने हिसाब से जॉइन करते है, और अपने हिसाब से छोड़ देते है।उसी ग्रुप में लोग एक दूसरे की मदद करते रहते है।" “फिर तुम.. मुझे सड़कों