सूना आँगन - भाग 2

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अभी तक आपने पढ़ा वैजयंती और अभिमन्यु अपने परिवार के साथ बहुत ख़ुश थे। वैजयंती अपनी शादी की आठवीं सालगिरह की तैयारी कर रही थी; पता नहीं क्यों अभिमन्यु उससे कह रहा था कि वैजयंती यदि मुझे कुछ हो जाए तो तुम दूसरा विवाह कर लेना। अब पढ़िए आगे – बात करते-करते दोनों घर पहुँच गए। घर पहुँच कर दोनों ने अपने माता-पिता के पाँव छूकर उनका भी आशीर्वाद ले लिया फिर सुबह का नाश्ता सबने साथ मिलकर किया। उसके बाद अभिमन्यु बैंक जाने के लिए तैयार होने लगा। वैजयंती ने कहा, "अभि आज छुट्टी ले लो ना।" "नहीं वैजयंती