32 इक्कीसवीं सदी आने के बाद दिलीप कुमार मानो एक जीवित अतीत ही हो गए। जब फ़िल्मों से उन्होंने पूरी तरह विराम ले लिया तो कुछ लोगों का ध्यान इस बात पर भी गया कि एक्टर अब भी अपनी सेहत को लेकर पूरी तरह चुस्त दुरुस्त हैं। इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने सामाजिक जीवन के प्रति भी कभी कोई उदासीनता नहीं दिखाई है। वो मुंबई के शैरिफ पद पर भी रह चुके हैं जो पूरी तरह राजनैतिक पद तो नहीं, पर अपने मिजाज़ में उससे कुछ कम भी नहीं। राजनीति के धुरंधरों को उनमें किसी बड़ी संभावना की गंध आने