भक्ति माधुर्य - 4

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4 हनुमान विभीषणरामायण ( महा अमृत ) के सुंदरकांड में एक प्रसंग हनुमान विभीषण प्रथम मिलन भक्तिभाव से ओतप्रोत एक बड़ा सुन्दर प्रसंग है | हनुमान सीता की खोज में लंका में इधर उधर भटक रहे हैं तभी उन्हें एक बड़ा ही सुन्दर घर दिखाई देता है | उस निवास के द्वार पर राम नाम लिखा हुआ है व बाहर एक तुलसी का पौधा लगा हुआ है । “रामायुध अकित ग्रह.... पावा अनिर्बाच्य बिश्रामा। " हनुमान विस्मय करते हुए मन ही मन विचार करते हैं कि निशाचरों की नगरी इस लंका नगरी में किसी सज्जन भक्त का निवास कैसे ?