पूरा घर खुशियों से भरा हुआ था। सुमित्रा जी तोह सातवे आसमान पर थी। और वोह इधर से उधर भागने में बिज़ी थी। असल में वोह मेहमानो को खाना खिलाने का काम कर रहीं थी। बस खातिर दारी में कोई कमी ना रह जाए इसका पूरा ध्यान रखे हुए थी। उनके लिए यह कोई छोटी बात नही थी की उनके बेटे ने फाइनली शादी कर ली है वोह भी उनकी चॉइस की लड़की से। और अब जब शादी अच्छी तरह से संपन्न हो चुकी थी और वोह अपनी बहुओं को घर भी ला चुकी थी, तोह वोह थोड़ा रिलीफ महसूस