अध्याय 12 धनराज, ट्रक को शहर के शुरुआत में बायपास रोड के घुमाव पर खड़ी करके नीचे उतरा। एक पराठा स्टाल, सलून, टायर-वल्केनाइजिंग सेंटर, ठंडे पेय पदार्थ की दुकान इन सब को छोड़कर एक टेलीफोन बूथ की तरफ वह चला। उसके हाथ की हथेली में बॉल पेन से सुरभि के घर का फोन नंबर लिखा हुआ था, उसे एक बार याद किया। बूथ के कांच के दरवाजे को खोल कर अंदर गया। रिसीवर को लेकर डायल किया। दूसरी तरफ से रिसीवर को उठाकर 'हेलो' की आवाज आई, तो उसने सिक्के को डाल दिया। पूछा। "यह सुरभि का घर है....? "हां...."