1 होली के रंग गुलाल ------------------ होली है डाल,लाल रंग वो गुलाल, लाज शरम आज कहाँ, ना कोई सवाल। बड़ा छोटा एक संग करें मिल बवाल, मस्ती में डूब जाएं चलें वेढब चाल। गाँव नगर ढोल बजे और बजे झाल, फागुन के उल्लास में हो गये बेहाल।जोगीरा के शा रा रा में ना कोई सुरताल, भंग के तरंग में सब हैं गोलमाल। होली है डाल लाल रंग वो गुलाल। होली हमजोली बना और बिन धमाल, होली भौजी शाली बिना और बिना गाल।छूट ना जाये कोई,रंग दो रंग डाल, प्रेम की पिचकारी में जादू है कमाल। होली है डाल लाल रंग