सुजलाम आज बहुत खुश था,उसे अपनी पेंटिंग काँम्पीटीशन के लिए जो पेंटिंग बनानी थी,उसके लिए उसे मुनासिब जगह मिल गई थी,उसके दोस्त के पापा ने उसे पेंटिंग बनाने के लिए वो जगह सुझाई थी,चूँकि उनका उस गाँव में ज्यादातर आना जाना लगा रहता था,वो उस गाँव के बी.डी.ओ.थे इसलिए वो उस जगह को अच्छी तरह जानते थे।। उस गाँव में एक बहुत पुराना महल था जो अब खण्डहर में तब्दील हो चुका था और काम्पीटिशन में ऐसे ही किसी खण्डहर की पेंटिंग बनाने को कही गई थी,उस वीरान खण्डहर महल के आस-पास कोई नहीं जाता था,सब कहते थे कि वो